क्षेत्र में आए दिन इस प्रकार की घटना करने वाले अपराधियों के हौसले बुलंद
राकेश भारती
कुसमी, संवाददाता आंचलिक न्यूज । प्राप्त जानकारी के अनुसार कुसमी विकासखंड के अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्र चुनचूना पुंदाग के चरहु ग्राम के गदामी बिट के जंगल में चरहू ग्राम पंचायत के रहने वाले अपराधी प्रवृत्ति के आठ नौ व्यक्तियो द्वारा दिनांक 21/11/23 को दो दात के नीलगाय को चरहु पंचायत के निवासी व्यक्ति की चिड़िया मार भाराथी बंदूक से जंगल में गोली मार कर घायल करतें हुए नीलगाय की हत्या कर दी गई है तथा नीलगाय की हत्या करने के बाद ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार नौ प्रमुख हत्या करने वालें व्यक्तियों द्वारा अपने घर नीलगाय का मांस पकाकर खाने की खबर प्रमुखता से आने के साथ साथ गांव में भी बाटी लगाकर नीलगाय की मांस को बटवाने की खबर है । जिससे इस नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ग्रामीण जनता काफी आक्रोशित एवम एवम नाराज है।
इधर वन विभाग के रेंजर एवम दरोगा तथा सिपाही को खबर मिलने पर दिनांक 22/11/23 को घटना स्थल चरहु के जंगल में पहुंचे जहा ग्रामीण जनता के साथ गांव में पूछ ताछ करने पर कुछ व्यक्तियों द्वारा नीलगाय को चरहु जंगल में बंदूक से मारना ग्रामीण जनता के समक्ष स्वीकार किया गया ।
घटना की पूरी जानकारी मिलने के बाद भी वन विभाग चांदो के रेंजर सहित वरिष्ठ अधिकारी ग्रामीण जनता के कहने के अनुसार नीलगाय की हत्या करने वाले आरोपियों से मोटी रकम वसूली कर इस मामला को दबाने के चक्कर में पड़ गए गए है । जिससे इस क्षेत्र में आए दिन इस प्रकार की घटना करने वाले अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे है।
तीन दिन बीत जाने के बाद भी चांदो रेंजर द्वारा इस विषय में पूछने पर बताया जा रहा है की यह घटना छत्तीसगढ़ या झारखंड में हुआ हैं इस बात का अभी तक मुझे पता नहीं चल पाया है , हमारे कर्मचारी आज भी चरहु गए हुए है शाम तक पूरी जानकारी बता पाऊंगा।
इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है की जब आरोपी नीलगाय की हत्या करना चरहु के जंगल में ग्रामीण जनता के समक्ष दिनांक 22/11/23 को स्वीकार ही कर लिए है फिर अभी तक कार्यवाही नही होना वन विभाग के अधिकारियों के उपर प्रश्न चिन्ह लग रहा है जिसके चलते अपराधी द्वारा नीलगाय की हत्या कर वन विभाग के रहम से खुलेआम गांव में घूम रहे है, जिससे क्षेत्र की जनता काफ़ी नाराज एवम आक्रोशित है अब देखना यह है की वन विभाग के अधिकारी कितना जल्द आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त कर पाते है या फिर इस मामला को ग्रामीण जनता के कहने के अनुसार ठंडा बस्ता में डालते हुए आरोपियों को बचाने में सफल हो पाते है क्षेत्र के ग्रामीण जनता द्वारा समाचार के माध्यम से बलरामपुर कलेक्टर एवम वन मंडलाधिकारी बलरामपुर सहित संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों से तत्काल इस मामले में दोषी पाए जाने वाले आरोपियों को जेल भेजकर कार्यवाही करने की मांग की गई है , जिससे क्षेत्र में दुबारा इस प्रकार की घटना घटित न हो सके, । साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र में किसी भी प्रकार का हथियार रखना प्रतिबंधित है हथियार रखने वाले व्यक्ति के उपर भी उचित कार्यवाही करने की मांग की गई है ,जिससे भविष्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित न हो सके ।