भागवत दीवान,
कोरबा ब्यूरो आंचलिक न्यूज। यूपी क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर ठगी के प्रयास का अनोखा मामला सामने आया है। पहले तो कथित अफसर ने मोबाइल कॉल कर युवक पर गोरखपुर में छेड़छाड़, मारपीट और डकैती करने का आरोप लगाया। मामले को लेनदेन कर निपटा लेनें की बात रखी। जब दाल नहीं गली तो गंभीर अंजाम भुगतने की बात कहते हुए निजी जानकारी भेजने दबाव बनाना शुरू कर दिया। उसकी करतूत से तंग युवक ने पुलिस में शिकायत की है। कथित अफसर और युवक के बीच हुई बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
कटघोरा थानांतर्गत ढेलवाडीह में विकास कुमार खूंटे निवास करता है। उसके मोबाईल पर 6 नवंबर को कॉल आया। विकास अननोन नंबर की अनदेखी करता रहा । लगातार कॉल आने पर उसने मोबाइल रिसीव किया । इस दौरान कॉल करने वाले ने अपना परिचय लखनऊ के क्राइम ब्रांच में पदस्थ एसआई दीपक कुमार चौरसिया के रूप में दिया। वह गोरखपुर में छेड़छाड़ , मारपीट और डकैती करने की शिकायत मिलने की बात कहने लगा। कथित अफसर ने किसी दीपक नामक युवक द्वारा शिकायत दर्ज कराने की बात कही। उसकी बातें सुन विकास भी दंग रह गया। उसने कभी गोरखपुर नहीं जाने की सफाई दी, लेकिन कथित अफसर कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था। वह कभी उच्च अधिकारियों से तो कभी मातहत अधिकारियों से बात कराता रहा। वे युवक पर तरह-तरह के आरोप लगाते रहे। उन्होंने लेनदेन कर मामला निपटा लेने की पेशकश भी रखी, लेकिन विकास के सामने उनकी एक नहीं चली। विकास का कहना था कि शिकायतकर्ता दीपक कहां का रहने वाला है यही बता दें।जिसका कोई जवाब नहीं मिला। मामला बिगड़ता देख कथित क्राइम ब्रांच के अफसर ने विकास पर उसकी निजी जानकारी व दोस्तों के नाम बताने दबाव बनाना शुरू कर दिया। यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा। आखिरकार सारी करतूत किसी ठग के होने के संदेह पर विकास ने कटघोरा एसडीओपी कार्यालय में अपनी शिकायत दर्ज कराई। खास तो यह है कि बातचीत के दौरान विकास ने कथित क्राइम ब्रांच के अधिकारियों की सारी बातें मोबाइल में रिकॉर्डिंग कर ली थी। उनके बीच हुई बातचीत का ऑडियो अब जमकर वायरल हो रहा है।
परिवहन विभाग के पास नही विभागीय मैदान, सड़क पर लग रहा जाम
भागवत दीवान,
कोरबा ब्यूरो आंचलिक न्यूज। ड्राइविंग टेस्ट व फिटनेस जांच के लिए विभागीय मैदान नहीं होने के कारण कार्यालय के सामने ही रोड पर भारी वाहनों को खड़े कराए जा रहे हैं। जिसके कारण सुबह से शाम तक भारी वाहनों की लंबी कतारे लगी रहती है। शहर में जिला परिवहन विभाग के कार्यालय के सामने तहसील रोड पर भारी वाहनों की बेतरतीब ढंग से पार्किंग कराई जा रही है। ऐसा किसी और नहीं बल्कि यातायात नियमों का पालन कराने के लिए जिम्मेदार परिवहन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी करवा रहे हैं। रोड के आधे से ज्यादा हिस्सा भारी वाहनों से घिर जाता है बाकी बचे हिस्से पर दूसरे वाहनों व राहगीरों की आवाजाही हो पाती है। इसलिए तहसील से लेकर परिवहन विभाग के कार्यालय तक रोड पर जाम लगा रहता है। राहगीर बड़ी मुश्किल से आवाजाही कर पाते हैं। तहसील के आसपास दो बड़े निजी स्कूल है। दोपहर में दोनों स्कूल में छुट्?टी होने के बाद बच्चों को लेकर घर जा रहे परिजन बेतरतीब खड़े भारी वाहनों के कारण परेशान होते हैं।