अविनाश कुशवाहा
प्रतापपुर, आंचलिक न्यूज। सूरजपुर जिले के जनपद पंचायत प्रतापपुर के ग्राम पंचायतों में बिना कार्य करे राशि का बंदरबाट करने का मामला थमने का नाम नही ले रहा है। अभी कनकनगर का मामला शांत भी नही हुआ कि फिर से ग्राम पंचायत सौंतार में बिना नाली निर्माण कराए ही राशि गबन का मामला सामने प्रकाश में आया है। लेकिन अधिकारी कर्मचारियों को सब कुछ जानकारी होते भी हुए भी किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। खुली छूट होने के कारण प्रतापपुर जनपद क्षेत्र के पंचायत में में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सौतार में 2021-22 में जिला पंचायत मद के 15वां वित से नाली निर्माण कार्य साढ़े तीन लाख का कार्य लखन घर से हिरण साय घर तक स्वीकृत हुआ था जिसका प्रथम किस्त 1 लाख चालीस हजार रुपए निकाल कर राशि का सरपंच सचिव के द्वारा बंदर बाट कर लिया गया है। इस समय पंचायत सचिव 4 पंचायतों का बागडोर संभाल रखा है जिससे पंचायतों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। ग्रामीणों की माने तो पंचायतों में कई योजनाओं के नाम पर लाखों रुपए बिना काम कराए ही निकाल लिए गए, लेकिन वर्षों से काम की शुरुआत नहीं हुई है। जनपद पंचायत प्रतापपुर के विभिन्न ग्राम पंचायतों में 15वें वित्त आयोग के क्रियान्वयन में भारी अनिमियत्ता बरती जा रही है। ऐसी अनिमियत्ता की एक दो नहीं बल्कि लंबी फेहरिस्त है। योजनाओं का चयन फर्जी ग्राम सभा से कर लिया जाता है। और योजनाओं का क्रियान्वयन में भी लापरवाही सर चढ़कर बोल रहा है योजनाओं को प्रारंभ भी नहीं किया गया है और राशि की निकासी धड़ल्ले से कर ली गई है। जनपद पंचायत प्रतापपुर में 101ग्राम पंचायत है जिसमें कई ग्राम पंचायतों में बिना कार्य कराए ही राशि आहरण कर लिया गया है जो जांच होने पर लाखों करोड़ों का घोटाला सामने आएगा। लेकिन जांच करे तो करे कौन जनपद के सभी अधिकारी कर्मचारी रिश्वत के दलदल में डूबे हुए हैं।
जनपद सीईओ करेंगे जांच..
इस विषय में प्रतापपुर एसडीएम दीपिका नेताम ने कहा कि इस मामले में जांच के लिए जनपद पंचायत सीईओ को निर्देशित करती हूं।