अविनाश कुशवाहा
प्रतापपुर, आंचलिक न्यूज। सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम केवरा में महान नदी पर सिंचाई विभाग द्वारा करीब 5 करोड़ की लागत से 5 वर्ष पूर्व से बनवाया जा रहा स्टाप डेम आज तक अधूरा पड़ा है इस स्टाप डेम में दोस्तों के साथ नहाने गए एक 15 वर्षीय बालक की कल डेम में डूबने से मौत हो गई। घटना से गुस्साए लोगों ने अधूरा स्टाप डेम बनाने वाले ठेकेदार पर कार्यवाही की मांग करते हुए चक्काजाम व नारेबाजी भी की। ग्रामीणों ने मामले में ठेकेदार पर हत्या का अपराध दर्ज करने की मांग की है।
विदित हो कि केवरा में निर्माणाधीन स्टाप डेम का कार्य 5 साल से अटका हुआ है ठेकेदार द्वारा स्टाप डेम को अधूरा बनाकर छोड़ दिया गया है जिससे कि यहां आए दिन लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं तथा एक के बाद एक मौत से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। इसी क्रम में कल फिर इस स्टाप डेम ने एक 15 वर्षीय बालक की बलि ले ली।
ग्राम पंचायत केवरा के रविंद्र केसरवानी का 15 वर्षीय पुत्र शेखर कल अपने चार अन्य दोस्तों अवधेश राजवाड़े, कुणाल भास्कर, मिलन तथा हरबंस राजवाड़े के साथ दोपहर 1 बजे महान नदी में बने इस स्टाप डेम में नहाने के लिए गया था। पाँचों दोस्त नदी में खूब नहाया और नहाने के बाद सभी लोग नदी से बाहर भी निकल गये परन्तु इसके बाद शेखर ने एक बार फिर से नहाकर आने की बात कही और गहराई की ओर कूद गया। बाहर खड़े दोस्तों ने देखा की काफी देर बाद भी शेखर नहीं निकल रहा है तब कुछ दोस्तों ने भी छलांग लगाई परन्तु उन्हें भी शेखर नहीं मिला। बालक शेखर महान नदी की 40 फिट की गहराई मे लुप्त हो गया था।
घटना को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में काफी आक्रोश था लोगों का कहना है कि निर्माणाधीन स्टाप डेम के कार्य में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है जिससे कि 5 वर्षों बाद भी यह आज भी अधूरा है। स्टाप डैम का पैसा ठेकेदार व सिंचाई विभाग के अधिकारियों के बीच बंदर बांट करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने बताया कि यहां इससे पहले भी इसी प्रकार की कई घटनाएं हो चुकी हैं जगह-जगह पर छड़ को गाड़कर छोड़ दिया गया है और दोनों तरफ से डैम को आधा-आधा बनाकर बीच में खुला छोड़ देने से नदी का सारा पानी बीच में जाने से वहाँ पर लगभग 40 फिट का गढ्ढा हो गया है। सिंचाई विभाग पर लापरवाह ठेकेदारों को टेंडर देने और काम की निगरानी नहीं करने का आरोप भी ग्रामीणों ने लगाया। ग्रामीणों ने लापरवाह ठेकेदार के उपर दर्ज हत्या का अपराध दर्ज करने के साथ ही अधिकारियों पर भी कार्यवाही की मांग करते हुए ग्रामीणों नेे मौके पर जाम करते हुए नारेबाजी भी की। अधिकारियों की समझाईश पर मामला शांत हुआ।