ब्यूरो कार्यालय
सूरजपुर, आंचलिक न्यूज। प्रतापपुर एसडीएम ललिता भगत ब्लॉक के कई स्कूलों में निरीक्षण में पहुंचे, तो मिडिल स्कूल चाचीडांड में हेडमास्टर रामुराम मानिक उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर कर के अनुपस्थित थे। शिक्षिका श्रीमती लुमेश्वरी गोरे 1 जुलाई से अनुपस्थित थी किन्तु रजिस्टर में टीप नहीं है। कुल 42 में से 23 बच्चे उपस्थित थे। इसी तरह प्राथमिक शाला चाचीडांड का निरीक्षण किया तो दोनों शिक्षक उपस्थित और 29 में से 24 बच्चे उपस्थित पाए गए। नदारत अनुपस्थित शिक्षकों को नोटिस जारी किया। एसडीएम की इस कार्रवाई से ब्लॉक की स्कूलों में हड़कंप मच गया है।
आपको बता दें कि प्रशासन की सक्रियता के बाद भी अंदरूनी क्षेत्र के अनेक स्कूलों में अधिकांश शिक्षक जहां नदारद रहते हैं तो वहीं जिन स्कूलों में अधिकारियों के पहुंचने की संभावना नहीं है वहां के स्कूल तो समय पूर्व ही बंद कर दिए जा रहे हैं या खुल ही नहीं रहे हैं।
अंदरुनी क्षेत्र में बदहाली के आलम में चल रहे इन स्कूलों के पीछे ब्लॉक स्तरीय शिक्षा अधिकारियों की भूमिका बेहद ही संदिग्ध मानी जा रही है। दैनिक अमर स्तम्भ पड़ताल में यह बात सामने आई है कि अंदुरुनी व वनांचल क्षेत्रों में स्कूल भगवान भरोसे चल रहे अथवा समय-बेसमय खुल रहे इन स्कूलों की संपूर्ण जानकारी ब्लॉक स्तरीय शिक्षा अधिकारियों को पूरी जानकारी होती है, परंतु स्कूल में कार्यरत शिक्षकों से साठ-गांठ होने के कारण तथा अपने निजी स्वार्थ के में ये शिक्षक हजारों बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करने से नहीं चुक रहे हैं। फिलहाल एसडीएम के छापामार कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप की स्थिति बन गई है।