चंद्रिका कुशवाहा
सरगुजा, आंचलिक न्यूज। प्रतापपुर रेंज में जंगलों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से पूरे क्षेत्र में जंगलों की अंधाधुंध अवैध कटाई जोर शोर से जारी है।
वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से प्रतापपुर विकासखंड के लोलकी चट्टीपारा सहित प्रतापपुर रेंज अंतर्गत हर जगह हजारों बेशकीमती पेड़ों की अवैध कटाई जोरों से जारी है। अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कर सीमावर्ती क्षेत्र से लकड़ी की तस्करी जोड़ों से चल रही है। जहां रोज दर्जनों लोग पेड़ों की अंधाधुंध कटाई करते नजर आ रहे हैं तथा वन भूमि पर कब्जा करने की होड़ मची हुई है।जहां ग्रामीणों ने बताया वन विभाग के रेंजर सहित वन विभाग की कर्मचारियों की मिली भगत से सरई महुआ सहित हरा भरा जंगल ठूठ में तब्दील होता जा रहा है।
अवैध कटाई का मामला सामने आने के बाद में जहां वन विभाग के होश उड़ गए हैं वही ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वन विभाग द्वारा कुछ लोगों की मिली भगत से हाईवे बनारस मार्ग के रास्ते उत्तर प्रदेश सहित मध्य प्रदेश के रास्ते लकड़ी की तस्करी की जा रही है।
प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के चारों तरफ गांव गांव में लाखों पेड़ों की अवैध कटाई जोरों से चल रही हैऔर लकड़ी तस्करों की नजर इस पर पड़ी हुई है हर 10 फीट पर एक पेड़ की कटाई देखा जा सकता है। जो फिलहाल में ही रात दिन कटाई हो रही है वन विभाग की घोर लापरवाही और उदासीनता के कारण इस तरह का जंगलों का अवैध कटाई जोरों शोरों से है। वही वन परिक्षेत्र अंतर्गत यह जंगल कई अलग अलग जंगल को काटकर लोग अवैध रूप से पेड़ों को काटकर शासकीय वन भूमि पर कब्जा कर रहे हैं।
जिस पर वन विभाग द्वारा गंभीरता से न लेते हुए वन परिक्षेत्र के रेंजर अपने निवास पर नहीं रहते। न बीट गार्ड को कोई लेना देना है जिसके लापरवाही के वजह से ही जंगलों की अवैध कटाई चरम सीमा पर है।
ग्रामीणों ने बताया की विभाग निगरानी नहीं करने के वजह से कीमती लकड़ियों का काला बाजार हो रहा है। और वन विभाग बेखबर होकर कुंभकरणया नींद में सो रहा है।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि लगातार वनों की कटाई का मामला सामने आने के बाद भी शासन प्रशासन वन विभाग मौन है और कार्यवाही नहीं करने से रेंजर सहित वन कर्मियों के हौसले बुलंद है। जहां जिले में डीएफओ संभाग में सी सी सीएफ वन संरक्षक जैसे अधिकारी बैठे हुए हैं। वही उनके नज़रों से अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के ऊपर ठोस कार्रवाई नहीं होने से इनके हौसले बुलंद है। अगर ऐसा ही रहा तो आने वाला समय में सिर्फ ठूठ ही ठूठ नजर आएंगे जंगल ठूठ में तब्दील हो जाएगा और जंगली जानवर विलुप्त होते चले जाएंगे, जंगलों की अवैध कटाई से जहां जंगली जानवर गांव की ओर रुक कर रहे हैं वही इनका जोरो जोरो से शिकार होता जा रहा है।
तथा वन विभाग के अधिकारियों की घोड़ेला प्रवाही सामने आ रही है जिसके वजह से प्रतापपुर विकासखंड में लगातार वनों की अवैध कटाई जोरों से है। और शासन प्रशासन द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर जहां वनों के बढ़ाने की बड़ी-बड़ी बातें की जाती है। वहीं अधिकारियों की मिली भगत से लोग जंगलों की अवैध कटाई जोरो से कर रहे हैं। जिसमें वन विभाग की मिलीभगत साफ तौर पर देखी जा सकती है। और जंगल सैकड़ो एकड़ पर जंगल ठूठ में तब्दील हो गए।
जंगल में ग्रामीणों ने बताया कि साफ तौर पर पटरा का चिरान कंडी, मोटी सिली लड़कियों की देखी जा सकती है।
इनका कहना है..
इस विषय में वन विभाग के डीएफओ पंकज कमल से बात करने पर उन्होंने बताया कि वनों की अवैध कटाई पर तत्काल जांच करने टीम गठित करता हूं मौके पर जाकर जांच कार्यवाही होगी तथा वन विभाग के एसडीओ रेंजर अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी करते हुए कड़ी कार्यवाही की जाएगी।