नरेंद्र मिश्रा
बलरामपुर, आंचलिक न्यूज। बलरामपुर जिले के थाना सनावल क्षेत्र में शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालन को लेकर हुए विवाद ने गंभीर मोड़ ले लिया है। प्रकरण में सरपंच पति रामधनी सिंह पर मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ग्राम मिनवाखांड के निवासी रामधनी सिंह ने शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालन के तरीके पर आपत्ति जताई थी। रामधनी सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी शासकीय उचित मूल्य दुकान का संचालक जाकिर ने अपने घर से संचालित करना चाहता था। इस मामले को लेकर ग्राम के मिनवाखाँड़ के पास मुख्य सड़क पर विवाद हुआ। आरोप है कि जाकिर, नूरेनबी, मुख्तार, सद्दाम हुसैन, साकिर और अली हुसैन ने मिलकर रामधनी सिंह का रास्ता रोककर गाली गलौज करते हुए डंडों से हमला किया। थाना सनावल में रामधनी सिंह की रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। चूंकि रामधनी सिंह अनुसूचित जनजाति के सदस्य हैं, उनके जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर मामले में आदिवासी अत्याचार निवारण अधिनियम की धारा 3(1) द.ध. को जोड़ा गया। इस प्रकार, अब यह मामला अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत गंभीर रूप से विचाराधीन है।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी के मार्गदर्शन में त्वरित कार्रवाई का आदेश जारी किया गया। थाना प्रभारी अजय कुमार साहू के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपियों को खोजने के लिए अभियान चलाया। अंततः, 11 नवम्बर 2024 को मुख्य आरोपी जाकिर उर्फ जाफीर, नूरेनबी, साकिर, सदाम और मुख्तार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी अजय कुमार साहू, उप निरीक्षक गौटिया राम मराबी, आरक्षक राजकुमार राय, विजय सरौता, अभिषेक पटेल और सुरेन्द्र उईके शामिल रहे।
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