अजय कुमार साहू
जरही/प्रतापपुर, आंचलिक न्यूज। रानी लक्ष्मीबाई जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) जिला सूरजपुर इकाई प्रतापपुर ने भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया। इसे स्त्री शक्ति दिवस के रूप में मनाया गया, जिसमें नगरवासियों और विद्यार्थियों का उत्साह देखने लायक था। शोभायात्रा में 1000 से अधिक कार्यकर्ताओं और छात्र-छात्राओं ने भाग लिया, जिससे यह आयोजन अत्यंत प्रभावशाली बन गया।
शोभायात्रा की विशेष झलकियां
यह शोभायात्रा प्रतापपुर नगर में बड़े जोश और उत्साह के साथ निकाली गई। छात्राओं ने रानी लक्ष्मीबाई, भारत माता और भगवान बिरसा मुंडा की वेशभूषा धारण कर नगर भ्रमण किया। पूरे नगर में "भारत माता की जय" और "वंदे मातरम" के गगनभेदी नारों से माहौल देशभक्ति से ओत-प्रोत हो गया। इन वेशभूषाओं और नारों के माध्यम से स्त्री शक्ति, साहस और राष्ट्रभक्ति का अद्भुत संदेश दिया गया।
नगरवासियों का जबरदस्त समर्थन
शोभायात्रा का नगरवासियों ने विभिन्न स्थानों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों के लिए बल्कि नगरवासियों के लिए भी गर्व और प्रेरणा का विषय बन गया। महिलाओं और युवाओं ने इस आयोजन में विशेष भागीदारी निभाई।
नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति
इस अवसर पर अभाविप कोरिया विभाग संयोजक अंकुर पटेल और सूरजपुर जिला संयोजक प्रदीप यादव ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। अभाविप के नगर मंत्री रिंकु नाविक ने बताया कि प्रतापपुर में हर साल रानी लक्ष्मीबाई जयंती पर इस तरह का शोभायात्रा आयोजन किया जाता है, जो युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत का काम करता है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल रानी लक्ष्मीबाई के साहसिक जीवन को याद करने का माध्यम है, बल्कि युवाओं और महिलाओं को उनके आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित भी करता है।
अभाविप कार्यकर्ताओं की भूमिका
इस आयोजन को सफल बनाने में अभाविप के नगर मंत्री रिंकु नाविक और अन्य कार्यकर्ताओं का बड़ा योगदान रहा। कार्यक्रम में शामिल प्रमुख कार्यकर्ताओं में बरत लाल, नारायण पैकरा, नरेंद्र सिंह, प्रमोद सिंह, जितेंद्र, विकास पैकरा, लल्लू प्रजापति, देवेश कुमार, प्रकाश पैकरा, मनोज राजवाड़े, आशीष देवांगन, देव कुमार, श्रवण कुमार आदि का नाम प्रमुखता से लिया गया।
महिला सहभागिता और प्रेरणा
शोभायात्रा में महिलाओं और छात्राओं की भागीदारी भी सराहनीय रही। मुख्य रूप से कौशिल्या, खुशबू ठाकुर, अनुराधा, सत्या सिंह, रेशमी, मुनिया सिंह, आरती, नीलम, चंदा, सावित्री, आराधना, अनिमा सिंह, कांति, सरिता पैकरा, मंतोषी, बिंदेश्वरी, सिमरन नाविक, सुनीता, मनीषा सारथी, काजल नाविक, बसंती, रीना प्रजापति आदि ने अपनी सक्रियता से शोभायात्रा को भव्यता प्रदान की।
समर्पण और उत्साह का संदेश
इस आयोजन ने यह स्पष्ट किया कि रानी लक्ष्मीबाई की वीरता और साहस आज भी समाज को प्रेरित कर रहे हैं। अभाविप प्रतापपुर के इस आयोजन ने न केवल नगर में उत्साह का माहौल बनाया, बल्कि स्त्री शक्ति और राष्ट्रभक्ति का महत्वपूर्ण संदेश भी दिया।
प्रतिवर्ष इस तरह के आयोजन से युवाओं में साहस, अनुशासन और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना का विकास होता है। यह शोभायात्रा प्रतापपुर के इतिहास में एक विशेष और प्रेरणादायक दिन के रूप में दर्ज हो गई।
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