सूरजपुर जिले में महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में नई पहल
ब्यूरो रिपोर्ट
सूरजपुर, आंचलिक न्यूज। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत निर्माण कार्यों को गति देने के लिए सूरजपुर जिले में महिलाओं को सशक्त बनाने की अनूठी पहल की गई है। कलेक्टर एस जयवर्धन और जिला पंचायत सीईओ श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू के नेतृत्व में, प्रधानमंत्री आवास निर्माण को ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) से जोड़ा गया है। इस पहल का उद्देश्य, महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, बल्कि उन्हें निर्माण व्यवसाय का हिस्सा बनाकर उनकी भूमिका को और भी मजबूत करना है।
इस योजना के तहत जानकी स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) को 100 शटरिंग प्लेट राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के माध्यम से प्रदान की गई हैं। यह शटरिंग प्लेट्स निर्माण कार्यों में उपयोगी होने के साथ-साथ दीदियों को स्थायी आय का जरिया भी प्रदान करेंगी। समूह की महिलाएं इन प्लेट्स को पीएम आवास निर्माण कार्य के अलावा अन्य निर्माण परियोजनाओं में भी किराए पर उपलब्ध कराएंगी। प्रति प्लेट ₹5 प्रतिदिन किराया निर्धारित किया गया है, जिससे महिलाओं को आय का स्थिर स्रोत मिलेगा।
4729 पीएम आवास का सामूहिक भूमि पूजन
सुशासन दिवस के अवसर पर, 25 दिसंबर को रामनगर में आयोजित जिला स्तरीय भव्य कार्यक्रम में 4729 प्रधानमंत्री आवास का एक साथ भूमि पूजन किया गया। कार्यक्रम में मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े और अन्य जनप्रतिनिधियों ने विधि-विधान से पूजा संपन्न की। जिला प्रशासन ने इस पहल को जल्द ही मूर्त रूप देने का आश्वासन दिया है।
सूरजपुर जिले में 27,000 प्रधानमंत्री आवास का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निर्माण सामग्री की बड़ी आवश्यकता होगी। इसी के मद्देनजर, शटरिंग प्लेट्स के प्रबंधन और आपूर्ति की जिम्मेदारी जानकी स्वयं सहायता समूह को सौंपी गई है।
महिलाओं को "लखपति दीदी" बनाने का सपना
शटरिंग प्लेट्स से जुड़ा यह नवाचार न केवल पीएम आवास योजना के क्रियान्वयन में सहायक होगा, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। निर्माण क्षेत्र में महिलाओं को आगे लाने का यह प्रयास उन्हें एक स्थायी व्यवसाय से जोड़कर आर्थिक संपन्नता प्रदान करेगा।
इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को "लखपति दीदी" के रूप में स्थापित करना है, जो उन्हें न केवल आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करेगा, बल्कि समाज में उनकी पहचान को और भी मजबूत करेगा। शटरिंग प्लेट्स का यह मॉडल अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है।