शासकीय महाविद्यालय विश्रामपुर में लोकमाता देवी अहिल्या की त्रिशताब्दी जयंती का भव्य आयोजन, अहिल्याबाई की वीरता को प्राचार्य ने कविता में किया प्रस्तुत..


शासकीय महाविद्यालय विश्रामपुर में लोकमाता देवी अहिल्या की त्रिशताब्दी जयंती का भव्य आयोजन, अहिल्याबाई की वीरता को प्राचार्य ने कविता में किया प्रस्तुत..

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ब्यूरो रिपोर्ट 

आंचलिक न्यूज। शासकीय महाविद्यालय विश्रामपुर में पुण्यश्लोक लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी जयंती अत्यंत गरिमामय और उत्साहपूर्ण माहौल में मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के तैलचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और राजकीय गीत के सम्मान के साथ हुई। इस शुभ अवसर पर उपस्थित सभी विशिष्ट अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विजय शर्मा (आयोजन समिति, जिला सूरजपुर) ने देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों के समक्ष उनकी न्यायप्रियता, कुशल प्रशासनिक क्षमताओं और वीरता की गाथाओं का वर्णन किया। साथ ही, उनकी नारी शक्ति के प्रति योगदान को रेखांकित किया।

अहिल्याबाई की वीरता को प्राचार्य ने कविता में किया प्रस्तुत 

महाविद्यालय के प्राचार्य डी. पी. कोरी ने अपनी स्वरचित कविता के माध्यम से देवी अहिल्याबाई होलकर के शौर्य और पराक्रम को प्रस्तुत कर सभी को प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में दीपेंद्र सिंह चौहान, अविनिश सिंह, जनभागीदारी सदस्य विवेक जायसवाल और शशि नन्हू सहित महाविद्यालय के कई प्राध्यापक व अतिथि व्याख्याताओं ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।

छात्र-छात्राओं और अतिथियों ने इस ऐतिहासिक अवसर को ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया। संचालन की जिम्मेदारी अंकुश सिंह सिसोदिया (अतिथि शिक्षण सहायक) ने कुशलतापूर्वक निभाई।

इस कार्यक्रम ने न केवल महाविद्यालय के छात्रों बल्कि उपस्थित जनसमूह को भी देवी अहिल्याबाई के आदर्श जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश दिया।


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