नरेंद्र मिश्रा
विशेष रिपोर्ट- बलरामपुर, आंचलिक न्यूज। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम अलका में वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण की बड़ी साजिश को वन विभाग की तत्परता ने विफल कर दिया। बीती रात करीब 11:30 बजे, मोरन नदी के किनारे कक्ष क्रमांक 713 की आरक्षित वन भूमि पर जेसीबी मशीन से अवैध रूप से खेत तैयार करने का प्रयास किया जा रहा था।
सूचना मिलते ही वन अमले ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर दबिश दी और जेसीबी मशीन क्रमांक CG30 B 0897 को मौके से जब्त कर लिया। हालाँकि मशीन का चालक सत्यदेव पिता शिवरतन अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गया।
कब्जाधारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई शुरू
वन विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 33(1)(क)(ग) एवं धारा 52 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। प्रारंभिक जांच में यह जेसीबी मशीन संदीप गुप्ता, निवासी अलका की बताई जा रही है। मामले की गहन विवेचना की जा रही है, और फरार आरोपी की सघन तलाश जारी है।
वन विभाग की टीम ने दिखाई मुस्तैदी
इस अभियान में वन विभाग की टीम की भूमिका सराहनीय रही। कार्रवाई के दौरान वनपाल मोनिका तिग्गा, सेरोफिना भगत, लक्ष्मी शंकर शुक्ला, वनपाल सतीश कुमार, वनरक्षक दीपाकर पटेल सहित अन्य वनकर्मी मौजूद थे। टीम ने कड़ी निगरानी के साथ अवैध कब्जा रोकने में सफलता हासिल की।
भविष्य में सख्त कार्रवाई के संकेत
वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि वन भूमि पर अतिक्रमण या तोड़फोड़ की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्षेत्रीय अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि ऐसे मामलों में दोषियों को सख्त सजा दिलाने और दोबारा ऐसे प्रयास न हों, इसके लिए अभियान चलाकर निगरानी बढ़ाई जाएगी।
ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना मामला
स्थानीय ग्रामवासियों में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। लोगों ने वन विभाग की तत्परता की सराहना करते हुए यह उम्मीद जताई है कि सरकारी जमीन और जंगल की रक्षा के लिए इस प्रकार की सख्ती लगातार जारी रहेगी।