भागवत दीवान,
कोरबा ब्यूरो आंचलिक न्यूज। जिले में लगातार मगरमच्छ निकलने की घटना सामने आ रही है। पाली विकासखंड के ग्राम परसदा खूंटाघाट बांध के निकट होने की वजह से गांव के तालाबों में मगरमच्छों का आना जाना लगा रहता है। कटघोरा वन मंडल के ग्राम परसदा में फसल काटने खेत पहुंचे किसान व मजदूर उस समय भाग खड़े हुए जब मगरमच्छ को देखा। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। कर्मचारियों की टीम ने रेस्क्यू कर मगरमच्छ को पकड़ा और वाहन में डाल कर खूंटाघाट बांध के डूबान में छोड़ा। तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
धान की फसल कटने के कारण इन दिनों खेतों से पानी छोड़ा जा रहा है। पानी का स्त्रोत पाकर एक वयस्क मगरमच्छ ग्राम परसदा निवासी लकेश्वर जगत के खेत में आ घुसा। बुधवार की सुबह लकेश्वर मजदूर लेकर धान की कटाई करने खेत पहुंचा था। जैसे ही मजदूर धान काटने खेत में घुसे तब मगरमच्छ को देख कर चिल्लाते हुए खेत से बाहर भाग खड़े हुए। घटना की जानकारी मिलते ही गांव के लोगों की भीड़ इकठ्ठी हो गई। खेत में मगरमच्छ घुसने की सूचना वन विभाग को दी गई है।मौके पर पहुंचे कर्मचारियों ने रेस्क्यू कर मगरमच्छ को पकड़ कर खूंटाघाट डूबान में छोड़ा। बताना होगा कि पखवाड़े भर पहले परसदा के निकट ग्राम शिवपुरी में पखवाड़े भर पहले भी मगरमच्छ एक ग्रामीण के घर घुस गया था। जमीन में सो रहे पोते को बचाने के लिए ग्रामीण मगरमच्छ से भिड़ गया। आपसी द्वंद्व में ग्रामीण के हाथ को मगरमच्छ ने काटकर अलग कर दिया था। अधिकारियों ने बताया कि खूंटाघाट के निकट होने की वजह से खेतों तक मगरमच्छ पहुंच जाते हैं। ग्रामीणों को सतर्कता बरतने के लिए कहा है। मगरमच्छ आने की सूचना देने की बात कही गई है। परसदा के खेत में पहुंचे मगरमच्छ को पकड़ कर वापस खूंटाघाट डूबान में छोड़ा गया है।
जारी नहीं होने से क्रियान्वयन में देरी हुई है। इस पर कोल इंडिया प्रबंधन के साथ श्रमिक नेताओं की चर्चा हो सकती है। एटक नेता दीपेश मिश्रा ने बताया कि स्टैंडराइजेशन कमेटी की बैठक बुलाई गई है, जिसमें कोयला कर्मियों के हितों पर चर्चा की जाएगी। अनेक लंबित मुद्दे उठाए जाएंगे। कमेटी में चार यूनियन शामिल, इंटक बाहर स्टैंडराइजेशन कमेटी की बैठक में चार यूनियन बीएमएस, एटक, सीटू व एचएमएस शामिलव है। इस कमेटी में इंटक शामिल नहीं होने से संगठन के सदस्य बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। कमेटी में केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों की ओर से बीएमएस के एच सुधीर घुरडे, मजरूल हक अंसारी, एचएमएस से नाथूलाल पांडेय, शिवकांत पांडेय, एटक के रमेन्द्र कुमार व सीटू के डीडी रामानंदन शामिल हैं।