सूरजपुर, ब्यूरो आंचलिक न्यूज। मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही सरगुजा संभाग के ग्रामीण अंचलों में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। घने जंगलों के बीच मे स्थित ग्रामीण अलाव जलाकर ठंड से बचने का सहारा लेने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। इस बार तो बदलते मौसम में ठंड और भी बढ़ने वाली है। रमकोला जैसे घने जंगल के बीच बसे भेलकच्छ ग्राम में बहुत तेज हवा के साथ अत्यंत ठंड पड़ रही है। इसी कड़ी में 13दिसंबर23 को सामाजिक सेविका प्रतिमा नरेंद्र प्रताप सिंह ने अपने सामाजिक उत्तरदायित्व और सरोकार को ध्यान में रखते हुए आदिवासी जनजाति बाहुल्य ग्राम भेलकच्छ में गरीब 60 परिवार जिनके पास ठंडी से बचने पर्याप्त साधन नहीं थे ऐसे लोगों को कंबल एवं छोटे बच्चों को चाकलेट वितरण किया गया।
बता दें कि अब बदल छंटने के बाद ठंडी बढ़ रही है, क्षेत्र में ठंड का असर देखने को मिल रहा है लोग सुबह से शाम तक अलाव के सहारे बिता रहे हैं। समाज सेविका प्रतिमा नरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा मुझे लगता है हम सभी को अपने कमाई का कुछ अंश जरूरतमंद लोगों के सहयोग में लगाना चाहिए। आप भी सहयोग का हाथ बढ़ाए सच में किसी की मदद करके उनके चेहरे पर आई मुस्कुराहट देखकर बहुत सुकून मिलता है।
अपने और अपने परिवार के लिए तो हर कोई जीता है,
लेकिन बात तो तब है जब वो लोगों के लिए जीता है।
डॉ. कथन नरेंद्र प्रताप सिंह
डॉ. साहब के शासकीय सेवा की शुरुआत घुई रमकोला की धरती पर हुई थी वहां के ग्रामीण जनों द्वारा अपार प्रेम और आशीर्वाद प्राप्त हुआ साथ ही अपने पुराने परिचितों से मिलकर उनको अनंत आनंद की अनुभूति हुई। समाज सेविका प्रतिमा नरेंद्र प्रताप सिंह ने ऐसे जरूरत मंदों की मदद करने बीड़ा उठाई है। जिससे भेलकच्छ के लोगों में खुशी है व उनके इस कार्य को काफी सराहा जा रहा।