चंद्रिका कुशवाहा
सूरजपुर, आंचलिक न्यूज।
आवारा घुमंतू मवेशियों से क्षेत्र के किसान अपनी खेती रखवाली करने के लिए रतजगा करने को मजबूर हैं। शासन प्रशासन से किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिलने से मायूस किसानों ने आपातकालीन बैठक कर समस्या से निजात पाने के लिए चर्चा किया।
विकासखंड सूरजपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत करवा क्षेत्र में आवारा पशुओं की दिनों दिन बढ़ोतरी होने से विकराल समस्या का रूप धारण करते जा रहा है।करवा क्षेत्र गुणवत्तापूर्ण एवं उन्नत खेती के लिए चर्चित है यहां के किसान बारामासी खेती करते हैं, और सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में काफी अग्रणी है। परंतु इन दिनों क्षेत्र में दूसरे गांव के लोगों के द्वारा करवां पंचायत की सीमा नजदीकी क्षेत्रों में पशुओं को लाकर छोड़ा जा रहा है।जिससे किसान अपनी खेती को आवारा जानवरों से बचाने लाचार और बेबस नजर आ रहे हैं। गांव के लोग रात भर एकत्र होकर रतजगा करके गाय बैलों को हांकते नजर आ रहे हैं। किसानों ने बताया कि करीब सप्ताह भर में ही आवारा जानवरों की संख्या लगभग 100 से बडकर 120 की संख्या हो गया है। जिन्हें सुरक्षा की दृष्टि से तात्कालिक सरकार द्वारा खोले गए शासकीय गोठान में लाकर बंद कर दिया गया है। एवं ग्रामीणों के द्वारा चंदा करके पैरा व्यवस्था किया जा रहा है। परंतु अब ज्यादा दिन बीत जाने के कारण पंचायत एवं शासन प्रशासन के द्वारा किसी प्रकार का कोई निराकरण नहीं किये जाने से गोठान में बंद जानवरों के भूखे मरने की नौबत आ गया हैं।
इस संबंध में विगत दिनों किसानों की बैठक आयोजित किया गया जिसमे शासन के नियमानुसार संबंधित अधिकारियों व पशु विभाग से मिलकर चर्चा करने की बात कही गई है। आवारा पशुओं केमामले में क्षेत्र के किसानों एवम ग्रामवासियों में काफी जनाक्रोश देखा जा रहा है। इस संबंध में किसान मोर्चा के भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र जायसवाल ने कहा कि वर्तमान समस्या को देखते हुए शासन प्रशासन से कांजी हाउस खोले जाने की मांग रखा जाएगा। करवा में स्थित गोठान को आदर्श गोठान घोषित किया जाए जिसमें सारी सुविधाएं आवारा पशुओं के लिए भी मुहैया कराई जाए। एवं समस्त टैग लगे हुए आवारा जानवरों की पहचान विभागीय अधिकारियों के द्वारा कराया जाए। जिससे संबंधित पशु मालिकों के द्वारा पीड़ित किसानों को क्षतिपूर्ति दिलाया जाए।बैठक में,सरपंच प्रतिनिधि ललन सिंह , कृष्णा राजवाड़े,सीतराम कुशवाहा,संजय कुशवाहा,नंदकिशोर कुशवाहा, प्रकाश कुशवाहा,रवि कुशवाहा,श्रीराम कुशवाहा, रामनरेश कुशवाहा ,मधुसूदन कुशवाहा,लक्ष्मण कुशवाहा,दुर्गा साहू,अमरसाय राजवाड़े, भोला कुशवाहा, ननका सिंह, बालेश्वर सिंह,सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।