हमारा राष्टध्वज..
तिंरगा हमारा प्यारा है
विश्व जगत में न्यारा है।
तीन रंगों के रंग में
वो राष्ट्रध्वज हमारा है।।
केसरिया रंग साहस है
जो शक्ति का पारस है।
उर के अंदर द्वार मे
प्रेम का तेजस सारस है।।
सत्य शांति का शोर जहा
धर्म चक्र का भोर वहां।
लिए आगोश मे भारत को
सत्यमेव का अंजोर वहां।।
मातृभूमि को सदा नमन
सुचिता से हैअपना चमन।
विश्व शांति का स्वर यहां
हरियाली में है लगन।।
सतगुण सरल सदभाव है
सत्कर्म में और लगाव है
गगन सागर समीर से
जयघोष भरा स्वभाव है।।
तिंरगा हमको बोध कराते।
निकट मे अपना सबको लाते।
तिंरगा की जय जयकार है
भारतभूमि को गले लगाते
प्रो० डी० पी० कोरी
प्राचार्य
शासकीय महाविद्यालय विश्रामपुर।।