ब्यूरो-सुरजपुर, आंचलिक न्यूज। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सुरजपुर जिला महासचिव चंद्रदीप कोर्चो ने हाल ही में जिला मुख्यालय में हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी के जघन्य हत्या पर गहरा शोक व्यक्त किया है। कोर्चो ने कहा कि इस दर्दनाक घटना ने राज्य में कानून व्यवस्था की बदहाली को उजागर कर दिया है और लोगों का सरकार और प्रशासन से विश्वास उठता जा रहा है।
कानून व्यवस्था पर सवाल,,,
कोर्चो ने प्रदेश की मौजूदा सरकार और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बने हुए दस महीने हो गए हैं, लेकिन राज्य में अपराध की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उन्होंने कहा कि चाहे वह बलौदा बाजार के जिला कलेक्टर कार्यालय की घटना हो, कवर्धा या सीतापुर में हुई हत्याएं हों, या फिर हाल ही में सुरजपुर में हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी की निर्मम हत्या हो, हर घटना से यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश की सरकार कानून व्यवस्था को गंभीरता से नहीं ले रही है।
आम जनता में असुरक्षा का माहौल,,
कोर्चो ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों का हौसला इतना बढ़ गया है कि वे बिना किसी डर के हत्या, लूट और बलात्कार जैसी गंभीर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। जब पुलिसकर्मी के परिजन ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की क्या स्थिति होगी, यह सोच कर लोग भयभीत हैं। आम जनता लगातार बढ़ते अपराधों से परेशान है और राज्य में असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। सुरजपुर में हुई हत्या ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है और हर ओर भय का माहौल बना हुआ है।
गुंडागर्दी और अपराध का गढ़ बना छत्तीसगढ़,,
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ अब गुंडों और बदमाशों का गढ़ बनता जा रहा है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस प्रशासन उन पर काबू पाने में नाकाम साबित हो रहा है। कोर्चो ने शासन और प्रशासन से अपील की है कि प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर तुरंत अंकुश लगाया जाए। उन्होंने कहा कि बेखौफ अपराधियों पर कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि ऐसे अपराध दोबारा न हों।
सरकार और प्रशासन से अपील,,
चंद्रदीप कोर्चो ने अंत में प्रदेश की सरकार और प्रशासन से यह अपील की कि वह कानून व्यवस्था को गंभीरता से लें और अपराधियों पर कठोर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति और सुरक्षा बहाल करने के लिए सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है ताकि आम जनता का सरकार और प्रशासन पर फिर से विश्वास बहाल हो सके।
सूरजपुर की इस घटना ने पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं, और अब सरकार पर दबाव है कि वह कानून व्यवस्था में सुधार लाए।