ब्यूरो रिपोर्ट
सूरजपुर, आंचलिक न्यूज। सूरजपुर पुलिस ने एसएसपी के सख्त निर्देशों पर छह माह पहले हुए हत्या के मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पंडो जनजाति की सीमा पंडो के शव को सोनगरा जंगल के झांपी नाला के पास से बरामद किया गया। आरोपी चंद्रिका राजवाड़े ने हत्या कर शव को चार फीट गहरे गड्ढे में दफनाने की बात स्वीकार की। शव को जेसीबी की मदद से नायब तहसीलदार सरिता राजवाड़े की उपस्थिति में निकाला गया। मौके पर मृतका के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
जांच में जुटी पुलिस ने खोला करीब 11 माह पुराना मामला
घटना जनवरी 2024 की है, जब पंडो जनजाति की महिला सीमा पंडो और उसके पिता रहस्यमय तरीके से गायब हो गए थे। परिवार की लगातार शिकायतों और हाल ही में मीडिया में पुलिस की लापरवाही उजागर होने के बाद सूरजपुर पुलिस अधीक्षक ने मामले की गहन जांच के निर्देश दिए। प्रतापपुर और खड़गवां पुलिस हरकत में आई और परिजनों से मिली जानकारी के आधार पर आरोपी चंद्रिका राजवाड़े को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान चंद्रिका ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि उसने महिला की हत्या कर शव को जंगल में दफना दिया था।
शव से केवल हड्डियां बरामद, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
जेसीबी से खुदाई के बाद शव का केवल कंकाल और खोपड़ी ही बरामद हुई, जबकि बाकी शरीर गल चुका था। शव मिलने पर मौके पर उपस्थित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
मौके पर अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित
घटनास्थल पर एसडीओपी अरुण नेताम, थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे, चौकी प्रभारी योगेंद्र जायसवाल, विवेचक सुनील भारती, अशोक कन्नौजिया, सरपंच शिवप्रसाद पंडो, उपसरपंच शोभनाथ अगरिया समेत पुलिस बल और परिजन मौजूद थे।
ग्रामीणों में आक्रोश
मामले को लेकर पंडो जनजाति के लोगों में आक्रोश है। ज्ञात हो कि यह जनजाति राष्ट्रपति के "दत्तक पुत्र" कहलाती है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ा। परिजनों ने पहले भी पुलिस पर लापरवाही और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था। मामले के प्रकाश में आने के बाद पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हुए थे, जिससे प्रशासन हरकत में आया।
मीडिया रिपोर्ट के बाद बढ़ा दबाव
कुछ दिनों पहले स्थानीय अखबारों में "राष्ट्रपति दत्तक पुत्र कहलाने वाले पंडो जनजाति को नहीं मिल रहा न्याय" शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी। इसने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी। खबर में पिता और पुत्री के लापता होने की घटना का जिक्र था। इसके बाद एसपी ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की योजना
पुलिस ने आरोपी चंद्रिका राजवाड़े को गिरफ्तार कर लिया है और उससे संबंधित जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले में अन्य संभावित कड़ियों की भी जांच की जा रही है।
यह घटना पुलिस के लिए एक गंभीर चुनौती रही, लेकिन अब मामले का खुलासा होने के बाद न्याय की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पंडो जनजाति और ग्रामीणों को उम्मीद है कि इस मामले में दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।