नरेंद्र मिश्रा, प्रमुख सलाहकार
आंचलिक न्यूज छत्तीसगढ़।
वाड्रफनगर (बलरामपुर)।
आंचलिक न्यूज। सरकार जहां एक तरफ संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है, वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में तैनात स्टॉफ सरकार के इस प्रयास को नकारते हुए ऐसे विवादों को जन्म दे रहे हैं। वाड्रफनगर सिविल अस्पताल में एक ऐसी ही चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां प्रसव के बाद ओवर ब्लीडिंग (अत्यधिक रक्तस्राव) के कारण ड्यूटी नर्स ने प्रसूता के परिजनों से अस्पताल के प्रसव वार्ड की सफाई करवा दी।
घटना का विवरण:

बीएमओ की प्रतिक्रिया:
वाड्रफनगर सिविल अस्पताल के बीएमओ शशांक गुप्ता ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि परिजनों की शिकायत और मीडिया के माध्यम से मिली खबरों के आधार पर उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है। बीएमओ ने स्पष्ट किया कि यदि जांच में नर्स की ओर से कोई गलती या लापरवाही पाई जाती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल:
यह घटना राज्य सरकार के संस्थागत प्रसव बढ़ाने के प्रयासों पर प्रश्नचिन्ह लगाती है। जब सरकार लोगों को अस्पतालों में सुरक्षित और अच्छे माहौल में प्रसव कराने के लिए प्रेरित कर रही है, तो अस्पतालों के भीतर कामकाजी लापरवाही और कर्मचारी की अनदेखी से सरकार के प्रयासों को नुकसान पहुंच सकता है।
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