चंद्रिका कुशवाहा की खास रिपोर्ट
आंचलिक न्यूज। छठ पर्व के अवसर पर प्रतापपुर के पक्की तालाब में आज एक ऐतिहासिक आयोजन हुआ, जिसे लेकर पूरे नगर में उत्साह और श्रद्धा का माहौल बना हुआ है। इस विशेष अवसर पर पक्की तालाब के छठ घाट पर पहली बार गंगा आरती का आयोजन किया गया, जिससे श्रद्धालुओं और भक्तों में अपार श्रद्धा और उल्लास का वातावरण था।
पक्की तालाब का भव्य सुसज्जनन और श्रद्धालुओं की भीड़..
पक्की तालाब के घाटों को इस दिन के लिए विशेष रूप से सजाया गया था। मंदिरों के दीपों और पूजा सामग्रियों से सजे घाट और तालाब के किनारे एक दिव्य स्वरूप में तब्दील हो गए थे। इस आयोजन के लिए तालाब के आसपास के क्षेत्र को पूरी तरह से रंग-बिरंगे दीपों और फूलों से सजाया गया, जिससे यह स्थल किसी पवित्र तीर्थ स्थल जैसा प्रतीत हो रहा था। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ यहां उमड़ी, और यह आयोजन एक बड़े धार्मिक मेले जैसा दृश्य प्रस्तुत कर रहा था। छठ व्रति अपने पारंपरिक रीति-रिवाजों को निभाते हुए सूर्य देव और गंगा माता की पूजा अर्चना में व्यस्त थे।
गंगा आरती का ऐतिहासिक आयोजन..
इस बार छठ पर्व पर पक्की तालाब के छठ घाट पर पहली बार गंगा आरती का आयोजन किया गया। गंगा आरती के दौरान हजारों भक्त एक साथ एकत्रित हुए और मंत्रोच्चारण करते हुए दीप जलाए। इस अवसर पर महिलाएं और पुरुष बड़ी श्रद्धा के साथ सूर्य देव और गंगा माता की पूजा करते हुए वातावरण को भक्ति से सराबोर कर रहे थे। आरती के समय गगनभेदी मंत्रों की गूंज और श्रद्धालुओं के मधुर गीतों ने एक अद्भुत माहौल बना दिया। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि प्रतापपुर में एक नई परंपरा की शुरुआत भी मानी जा रही है।
व्रतियों का उमड़ा जनसैलाब..
छठ पर्व के इस दिन पक्की तालाब के घाटों पर व्रतियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा था। व्रति, महिलाएं, पुरुष और बच्चे सभी इस पर्व को अपने परंपरागत तरीके से मनाने में जुटे थे। खास बात यह रही कि व्रतियों ने पूरे दिन उपवासी रहकर और रात को उबटन, स्नान तथा फिर सूर्य देवता को अर्घ्य देकर अपने इस पवित्र व्रत को पूरा किया। इस दौरान घाट पर भक्ति की लहर और धार्मिक उल्लास की भावना साफ तौर पर महसूस हो रही थी।
सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस प्रशासन की तत्परता
बजरंग दल की ओर से चाय और बिस्कुट की व्यवस्था..

इस ऐतिहासिक दिन का महत्व..
प्रतापपुर में इस साल का छठ पर्व विशेष रूप से ऐतिहासिक साबित हो रहा है। गंगा आरती का आयोजन और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का एकत्रित होना इस दिन को और भी महत्वपूर्ण बना देता है। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि प्रतापपुर की सांस्कृतिक धरोहर को भी सुदृढ़ करता है। इस दिन ने नगरवासियों के बीच आपसी भाईचारे और श्रद्धा को और भी प्रगाढ़ किया है।
यह आयोजन प्रतापपुर में एक नई धार्मिक परंपरा की शुरुआत के रूप में इतिहास में दर्ज होगा, और भविष्य में इसे एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में मनाया जाएगा।
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