ब्यूरो रिपोर्ट
सूरजपुर, आंचलिक न्यूज। सरहरी के बनवासी ग्राउंड में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस भव्य आयोजन में क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों और सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण और आरती-पूजन के साथ हुई।
अध्यक्ष ने किया बिरसा मुंडा के योगदान का स्मरण
सर्व आदिवासी समाज सरहरी के अध्यक्ष राजमन सिंह ने इस अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को याद करते हुए कहा, "भगवान बिरसा मुंडा का देश की आजादी और आदिवासी समाज के हक की लड़ाई में दिया गया बलिदान अद्वितीय है। उन्होंने अंग्रेजों के अन्याय के खिलाफ जनजातीय विद्रोह 'उलगुलान' की शुरुआत की। जंगल और जमीन की लड़ाई लड़ने वाले भगवान बिरसा मुंडा आदिवासी जन चेतना के महानायक और प्रेरणा स्रोत हैं।"
शिक्षा और संस्कृति के संरक्षण पर जोर
कार्यक्रम में वक्ताओं ने आदिवासी समाज को एकजुट होकर समाज के विकास के लिए कार्य करने पर जोर दिया। साथ ही शिक्षा स्तर सुधारने, आदिवासी संस्कृति, रीति-रिवाज और भाषा को संरक्षित करने का संकल्प लिया। अध्यक्ष राजमन सिंह ने हर वर्ष बिरसा मुंडा जयंती को धूमधाम से मनाने और समाजहित में कार्य करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में रहा सभी का योगदान
इस आयोजन को सफल बनाने में अध्यक्ष राजमन सिंह, उपाध्यक्ष रजन राम पंडों, सचिव रामजीत, कोषाध्यक्ष धर्मदेव, और अन्य सदस्यों जैसे लक्ष्मण सिंह, संतोष पंडो, मेहिलाल, और पवन सिंह ने सक्रिय भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के समापन पर सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों ने बिरसा मुंडा के बलिदान को नमन किया और समाज को प्रगति की राह पर आगे ले जाने का संकल्प लिया।