चन्द्रिका कुशवाहा
आंचलिक न्यूज.com। जिले में धान खरीदी में अनियमितताओं के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देशन में एक ओर किसानों द्वारा रकबा समर्पण कराया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर उपार्जन केंद्रों में धान की गड़बड़ी पर भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
किसान द्वारा रकबा समर्पण
बसदेई समिति अंतर्गत, आवेदक पुनिराम आ. गोकुल ने 102 क्विंटल धान का टोकन कटवाया था। जांच में मौके पर धान नहीं पाया गया। किसान ने दावा किया कि यह टोकन किसी बिचौलिए द्वारा कटवाया गया था और उनके पास सिर्फ 6 क्विंटल धान है। मामले में 100 क्विंटल धान का रकबा समर्पण कराया गया।
प्रेमनगर उपार्जन केंद्र में 1.72 करोड़ की धान गड़बड़ी
जिले के उपार्जन केंद्रों का भौतिक सत्यापन कलेक्टर द्वारा गठित टीम द्वारा किया जा रहा है। प्रेमनगर उपार्जन केंद्र में भौतिक सत्यापन के दौरान 18661 बोरे धान, जिसका वजन 7478.7 क्विंटल और कीमत लगभग 1.72 करोड़ रुपये है, की कमी पाई गई। इसके साथ ही 5272 नए बारदाने अधिक पाए गए।
जांच के समय खरीदी प्रभारी ठाकुर प्रसाद अनुपस्थित मिले। वहीं अन्य जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मामला तैयार कर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।
जिला प्रशासन की इस सक्रियता से बिचौलियों और अनियमितताओं पर लगाम लगाने की उम्मीद है। प्रशासन का यह कदम किसानों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए राहतकारी साबित हो सकता है।