ब्यूरो रिपोर्ट
सूरजपुर, आंचलिक न्यूज।। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित शाखा, प्रतापपुर में किसानों को उनके खुद के पैसे निकालने में भारी परेशानी हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि बैंक मैनेजर और स्टाफ का व्यवहार बेहद अभद्र है, जिससे किसान आक्रोशित हैं। सुबह से शाम तक लाइन में खड़े रहने के बावजूद उन्हें पैसे नहीं मिलते, और कभी दस्तावेजों में कमी निकालकर तो कभी अन्य बहानों से उन्हें लौटा दिया जाता है।
बैंक कर्मचारियों की मनमानी, किसानों की बेबसी
किसानों का कहना है कि वे जंगली इलाकों से लंबी दूरी तय कर बैंक पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें घंटों इंतजार कराया जाता है। कई बार वे अपने पैसे लिए बिना ही लौटने को मजबूर हो जाते हैं। वहीं, बैंक के कर्मचारियों का रवैया भी बेहद असंवेदनशील और तानाशाही भरा बताया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ किसानों का दर्द
इस अन्याय से तंग आकर किसानों ने बैंक में हो रही मनमानी और दुर्व्यवहार का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें वे अपनी बेबसी को बयां कर रहे हैं। एक किसान का कहना था—
"सुबह से लाइन में लगे हैं, लेकिन शाम हो गई और अब भी पैसे मिलने की कोई उम्मीद नहीं। हमारे गांवों के रास्ते हाथियों से प्रभावित हैं, लेकिन बैंक मैनेजर को कोई परवाह नहीं।"
किसानों को ना बैठने की जगह, ना ही समय पर सुविधा
प्रतापपुर का यह इकलौता सहकारी बैंक है, जहां दूर-दराज के ग्रामीण और वनांचल क्षेत्र के किसान पैसे निकालने आते हैं। बस का समय तय होने के कारण कई किसान समय पर अपने घर तक भी नहीं पहुंच पाते। बैंक में बैठने तक की सुविधा नहीं, जिससे ठंड में किसान बेहाल हैं। किसानों का सवाल है—
"हम अपनी मेहनत से अन्न उगाते हैं, सबका पेट भरते हैं, फिर हमारे साथ इतनी नाइंसाफी क्यों?"
किसानों ने कलेक्टर से की कार्रवाई की मांग
नाराज किसानों ने कलेक्टर से बैंक मैनेजर और स्टाफ पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो बैंक के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
एसडीएम का आश्वासन, होगी जांच
इस मामले में एसडीएम ललिता भगत ने कहा,
"मैं खुद बैंक जाकर स्थिति देखूंगी और जरूरत पड़ने पर बैंक प्रबंधन को फटकार लगाई जाएगी। किसानों को परेशान करना बिल्कुल गलत है।"
अब देखना यह होगा कि प्रशासन किसानों को उनका हक दिलाने के लिए क्या कदम उठाता है, या फिर यह मामला भी अनदेखा कर दिया जाएगा।