मां कुदरगढ़ देवी के दर्शन को आई वृद्ध महिला की हृदयाघात से मौत, ट्रस्ट ने निभाई जिम्मेदारी, पूरे सम्मान के साथ घर तक पहुंचाया पार्थिव शरीर..


मां कुदरगढ़ देवी के दर्शन को आई वृद्ध महिला की हृदयाघात से मौत, ट्रस्ट ने निभाई जिम्मेदारी, पूरे सम्मान के साथ घर तक पहुंचाया पार्थिव शरीर..

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ब्यूरो रिपोर्ट

सूरजपुर, आंचलिक न्यूज। मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले से मां कुदरगढ़ देवी के दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ पहुंची वृद्ध महिला की दुखद मृत्यु हो गई। दर्शन के दौरान अचानक हृदयाघात से उनका निधन हो गया। यह घटना सोमवार को तब हुई जब रामकली शाह (65 वर्ष), पत्नी रामनाथ शाह अपने परिवार के अन्य छह सदस्यों के साथ मां बागेश्वरी देवी के दर्शन के लिए आई थीं।

सीढ़ियां चढ़ते समय आया हृदयाघात
रामकली शाह उपवास रखकर श्रद्धा भाव से दर्शन करने आई थीं। जैसे ही वह मंदिर की सीढ़ियां चढ़ रही थीं, करीब 10-12 सीढ़ियां चढ़ने के बाद अचानक चक्कर आने से बैठ गईं। तभी उन्हें एक झटका महसूस हुआ और वे वहीं सीढ़ियों पर गिर पड़ीं। इस दौरान उनके सिर पर हल्की खरोंच भी आई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गिरते ही उन्हें अचानक हृदयाघात हुआ और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

तत्काल सहायता के लिए ट्रस्ट आया आगे
घटना की जानकारी मिलते ही मां बागेश्वरी देवी लोक न्यास ट्रस्ट के अधिकारी-कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे और त्वरित सहायता के लिए आगे आए। एम्बुलेंस की व्यवस्था कराकर वृद्ध महिला को उप स्वास्थ्य केंद्र ओड़गी पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पोस्टमार्टम के बाद पूरे सम्मान के साथ घर पहुंचाया
ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा और इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन बाबूलाल अग्रवाल ने इस घटना की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर एस जयवर्धन और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कपिल देव पैकरा को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराई गई और तत्पश्चात मृतिका के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ उनके गृह ग्राम तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई गई।

शोक संवेदना और श्रद्धांजलि
ट्रस्ट की ओर से रामसेवक पैकरा ने इस हृदयविदारक घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ट्रस्ट हमेशा दर्शनार्थियों के सुख-दुख में उनके साथ खड़ा है। उन्होंने माता रानी से प्रार्थना की कि परिवार को इस अपार दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें।

इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है, और मंदिर परिसर में दर्शन के दौरान स्वास्थ्य सतर्कता को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।

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