चंद्रप्रकाश साहू
प्रेमनगर/सूरजपुर, आंचलिक न्यूज। प्रदेश में 15 नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ हो गई है। प्रशासन धान खरीदी बेहतर तरीके से करने का लाख दावे कर ले किंतु किसानों की परेशानी दूर होती हुई नहीं दिख रहा है। प्रेमनगर विकास खंड के आदिम जाति सहकारी समिति बकिरमा में 330 किसानों का रकबा शून्य हो जाने से किसानों में प्रशासन के प्रति आक्रोश है। किसानों ने प्रेमनगर तहसील कार्यालय में आकर लिखित शिकायत देकर सुधार करने की मांग की है।
गौरतलब है कि प्रेमनगर विकास खंड के धान उपार्जन केंद्र बकिरमा के अंतर्गत ग्राम पंचायत केदारपुर, बकिरमा, नवापाराकला, महेशपुर, रामेश्वर नगर, हरियरपुर ल, लक्ष्मणपुर, विधान्यांचल, सारसताल के 330 किसानों का रकबा शून्य हो गया है। जिसको लेकर किसान काफी चिंतित है। किसान अपने धान को बाहर के दुकानों में बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। जिसको लेकर दर्जनों भर से अधिक किसान सोमवार तहसील कार्यालय में तहसीलदार से भेंट कर वस्तु स्थिति से अवगत कराया है। लिखित में आवेदन देकर जल्द सुधार करने की मांग की है।
किसानों ने बताया कि हमारा क्षेत्र जंगलों से घिरा हुआ क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में हाथियों का आना जाना लगा रहता है। कभी भी हाथी आकर हमारे रखे फसल को खा सकते है। हम साहू कारो से बीज उधार लिए हुए है। उन्हें भी पैसा देना है। किंतु धान ब्रिक्रय के लिए रकबा ही शून्य कर दिया गया है। जिसके बाद भी प्रशासन किसानों की समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। इस संबंध में किसानों ने बताया कि प्रशासन जल्द ही हमारे रकबा में सुधार नहीं किया तो हम उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।