प्रशासन की ताबड़तोड़ सख्त कार्रवाई: केरता के किराना दुकान से 500 क्विंटल अवैध धान जब्त, जिले में लगातार हो रही कार्रवाई से कोचियों में मचा हड़कंप..


प्रशासन की ताबड़तोड़ सख्त कार्रवाई: केरता के किराना दुकान से 500 क्विंटल अवैध धान जब्त, जिले में लगातार हो रही कार्रवाई से कोचियों में मचा हड़कंप..

0

ब्यूरो रिपोर्ट

सूरजपुर, आंचलिक न्यूज – जिले में अवैध धान की आवक और बिक्री पर लगाम कसने के लिए प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देश पर जिले में राजस्व विभाग और सहकारी समितियों की सक्रियता से धान के अवैध व्यापार और भंडारण पर शिकंजा कसने की मुहिम जारी है।

प्रतापपुर एसडीएम श्रीमती ललिता भगत के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान के तहत ग्राम केरता में बड़ी कार्रवाई की गई। यहां एक किराना दुकान के पीछे बने गोदाम से 500 क्विंटल (1300 बोरी) धान जब्त किया गया। जांच में पाया गया कि गोदाम में तय सीमा से अधिक धान का भंडारण किया गया था, जो कि मंडी अधिनियम के उल्लंघन के अंतर्गत आता है।

कैसे हुआ खुलासा?

सूचना मिलने पर राजस्व विभाग की टीम ने दुकान और गोदाम की जांच की। जांच के दौरान पता चला कि दुकान संचालक के पास मंडी लाइसेंस तो था, लेकिन वह निर्धारित सीमा से अधिक मात्रा में धान का संग्रहण कर रहा था। पूछताछ में संचालक संतोषजनक उत्तर देने में असफल रहा, जिससे साफ हो गया कि धान का भंडारण अवैध है।

अवैध धान पर प्रशासन का शिकंजा

एसडीएम श्रीमती ललिता भगत ने बताया कि यह कार्रवाई अवैध धान के व्यापार और संग्रहण को रोकने के लिए चलाई जा रही व्यापक मुहिम का हिस्सा है। प्रशासन को आशंका थी कि जिले में कुछ बिचौलिए और कोचिये अवैध रूप से धान की रिसाइक्लिंग और व्यापार में लिप्त हैं, जो सरकार की समर्थन मूल्य योजना को प्रभावित कर रहे हैं।

जब्त किए गए धान पर प्रकरण बनाकर मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। मामले को अग्रिम प्रक्रिया के लिए प्रस्तुत किया गया है, और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जिले में लगातार हो रही कार्रवाई

पिछले दो दिनों में प्रशासन ने कई स्थानों पर छापेमारी की है। इसके तहत अवैध धान का बड़ा जखीरा पकड़ा गया है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अवैध भंडारण और व्यापार को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

जनता को किया गया सतर्क

प्रशासन ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे अवैध धान की खरीद-फरोख्त में लिप्त न हों और इस तरह की किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। इस अभियान का उद्देश्य किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाना और बिचौलियों पर लगाम लगाना है।

प्रशासन की मुहिम का असर

इस सख्त कार्रवाई से बिचौलियों और कोचियों में हड़कंप मच गया है। कलेक्टर एस. जयवर्धन ने कहा है कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, जिससे जिले में अवैध धान व्यापार पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)