डीवीएम इंटरनेशनल स्कूल गोंदा में तीरंदाजी प्रशिक्षण की नई पहल, बच्चों में उत्साह, एकाग्रता और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए तीरंदाजी का प्रशिक्षण शुरू..


डीवीएम इंटरनेशनल स्कूल गोंदा में तीरंदाजी प्रशिक्षण की नई पहल, बच्चों में उत्साह, एकाग्रता और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए तीरंदाजी का प्रशिक्षण शुरू..

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अविनाश कुशवाहा 

प्रतापपुर, आंचलिक न्यूज।  क्षेत्र के प्रतिष्ठित डीवीएम इंटरनेशनल स्कूल, जरही, गोंदा में नए सत्र से तीरंदाजी प्रशिक्षण की शुरुआत की गई है। इस नई पहल से बच्चों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। विद्यालय प्रबंधन का मानना है कि तीरंदाजी न केवल एक खेल है, बल्कि यह एकाग्रता, धैर्य और आत्मसंयम सिखाने का भी माध्यम है, जो बच्चों के समग्र विकास में सहायक होगा।

बच्चों को मिलेगा एकाग्रता और आत्मविश्वास बढ़ाने का मौका 

विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती सारिका सोनी ने बताया कि तीरंदाजी एक ऐसा खेल है, जिससे बच्चों को यह सीखने का मौका मिलेगा कि किस तरह एकाग्रचित होकर किसी लक्ष्य को भेदा जाता है। यह कला उन्हें न केवल खेलों में, बल्कि उनके शैक्षणिक और व्यावहारिक जीवन में भी सफलता दिलाने में मदद करेगी। उन्होंने कहा,

"यह प्रशिक्षण बच्चों में अनुशासन और आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। जब कोई बच्चा तीर चलाता है, तो उसे अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना होता है। यह अभ्यास उनके मानसिक संतुलन को मजबूत करेगा और उनके व्यक्तित्व को निखारने में सहायक होगा।

छात्र-छात्राओं ने दिखाया उत्साह, पहले ही दिन शानदार अनुभव 

विद्यालय के शिक्षा निदेशक प्रफुल्ल कुमार पांडेय ने बताया कि पहले ही दिन बच्चों का जोश और उत्साह देखने लायक था। उन्होंने कहा कि तीरंदाजी न केवल एक खेल है, बल्कि यह बच्चों में आत्मनिर्भरता और साहस को भी विकसित करता है।

"हम चाहते हैं कि हमारे विद्यार्थी हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करें। तीरंदाजी के माध्यम से वे लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना सीखेंगे, जो उनके जीवन के हर पहलू में मददगार साबित होगा।

प्रशिक्षण की जिम्मेदारी अनुभवी कोच को सौंपी गई 

इस तीरंदाजी प्रशिक्षण की जिम्मेदारी श्रीमती मीना गायग्वाल को सौंपी गई है, जो इस क्षेत्र में अनुभवी हैं। उन्होंने बताया कि सभी बच्चों को उम्र और अनुभव के आधार पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

"छोटे और बड़े सभी विद्यार्थियों को तीरंदाजी की बारीकियां सिखाई जाएंगी। इस खेल में सही तकनीक और मानसिक संतुलन बेहद जरूरी होते हैं, जिन्हें विकसित करने पर हमारा विशेष ध्यान रहेगा।

डीवीएम स्कूल: शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नई ऊंचाइयां 

डीवीएम इंटरनेशनल स्कूल ने बहुत कम समय में क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है। विद्यालय प्रबंधन छात्रों को केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं रखता, बल्कि उन्हें खेल, कला और अन्य सह-शैक्षिक गतिविधियों में भी निपुण बनाने का प्रयास करता है।

विद्यालय में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त खेल मैदान, लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासेज और अनुभवी शिक्षकों की टीम उपलब्ध है। अब तीरंदाजी को भी विद्यालय के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल किया गया है, जिससे विद्यार्थियों को एक अलग और रोचक अनुभव मिलेगा।

प्रबंधन समिति ने बताया कि अप्रैल माह से नए सत्र में प्रवेश शुरू हो जाएंगे, और इच्छुक विद्यार्थी इस प्रशिक्षण का लाभ उठा सकते हैं।

बच्चों के भविष्य के लिए एक नई उड़ान 

इस नई पहल को लेकर अभिभावकों में भी उत्साह है। वे मानते हैं कि तीरंदाजी जैसे खेलों से बच्चों में धैर्य, अनुशासन और मानसिक संतुलन बढ़ेगा, जो उनके भविष्य के लिए बेहद उपयोगी होगा।

विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि "हमारा लक्ष्य बच्चों को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रखकर उन्हें हर क्षेत्र में निपुण बनाना है। तीरंदाजी जैसी खेल गतिविधियों के माध्यम से हम उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बना सकते हैं।

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