अविनाश कुशवाहा
प्रतापपुर, (आंचलिक) न्यूज। आज दिनांक 30 मार्च 2025 को प्रतापपुर के सांस्कृतिक भवन में छत्तीसगढ़ कलवार जायसवाल समाज की प्रांतीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष विजय गुप्ता ने की। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान बलभद्र और भगवान सहस्त्रबाहु की पूजा-अर्चना और आरती के साथ हुई, जिसके बाद बैठक की औपचारिक कार्यवाही प्रारंभ हुई।
समाज भवन निर्माण और संगठन विस्तार पर हुई चर्चा
बैठक में समाज के संगठनात्मक विस्तार, उत्थान और विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। विशेष रूप से प्रतापपुर में कलवार जायसवाल समाज भवन के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकृति दी गई। इसके अलावा, जिले में समाज संगठन के विस्तार और उसे सशक्त बनाने को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया।
संगठन के पदाधिकारियों ने समाज के सभी सदस्यों से एकजुट होकर कलवार जायसवाल समाज के उत्थान एवं विकास में योगदान देने का आह्वान किया। इसके साथ ही, प्रतापपुर में एक भव्य सामाजिक कार्यक्रम आयोजित करने की तिथि भी तय की गई, जिसमें समाज के सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
समाज भवन निर्माण के लिए भूमि चयन
बैठक के दौरान कलवार जायसवाल समाज भवन के निर्माण हेतु भूमि चयन की प्रक्रिया को भी अंतिम रूप दिया गया। पदाधिकारियों ने इस पर विस्तार से चर्चा कर समाज के लिए एक उचित स्थान का चयन करने की सहमति जताई।
बैठक में बड़ी संख्या में गणमान्य जनों की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण बैठक में छत्तीसगढ़ कलवार समाज के प्रांतीय अध्यक्ष विजय गुप्ता, कोषाध्यक्ष जवाहर गुप्ता, राजेंद्र जायसवाल, नवीन जायसवाल, विनोद जायसवाल, धनंजय गुप्ता, धीरज गुप्ता, मुन्ना साव, प्रांतीय सचिव विक्रमादित्य गुप्ता, सचिन जायसवाल, अवधेश गुप्ता, पप्पू गुप्ता, रवि गुप्ता, अंकुर जायसवाल सहित सैकड़ों की संख्या में ब्याहुत कलवार जायसवाल समाज के गणमान्य बंधु उपस्थित रहे।
समाज को एकजुट करने और विकास में भागीदारी की अपील
बैठक के अंत में पदाधिकारियों ने समाज के सभी सदस्यों से अपील की कि वे एक मंच पर संगठित होकर समाज के विकास कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि कलवार जायसवाल समाज को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा, रोजगार और सामाजिक समरसता के क्षेत्र में अधिक कार्य करने की आवश्यकता है।
यह बैठक समाज की एकता, संगठन और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई, जिसमें समाज के उत्थान के लिए कई दूरगामी फैसले लिए गए।